cryptocurrencies: क्रिप्टोकरेंसी एक तकनीक का उपयोग करके काम करती है जिसे ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी (Blockchain Technology) कहा जाता है.
क्रिप्टोकॉइन्स और टोकन्स आप अपने क्रिप्टो वॉलेट में स्टोर कर सकते हैं. क्रिप्टो वॉलेट्स तीन तरह के होते हैं- हॉट, कोल्ड और पेपर वॉलेट.
Cryptocurrency: विज्ञापन में स्पष्ट तौर पर जानकारी दी जाए और लोगों को आगाह किया जाए कि अभी इस तरह के निवेश विकल्प के लिए कोई कानून है ही नहीं. सवाल उठता है कि ऐसा करने को कहेगा कौन?
Cryptocurrency: डिजिटल करेंसी पर फ्रेमवर्क की खबरों के बीच WazirX के फाउंडर निश्चल शेट्टी आश्वस्त हैं कि सरकार क्रिप्टोकरेंसी को बैन नहीं करेगी
NFT: बिटकॉइन (Bitcoin) रखने वाले कई लोग रातों रात अमीर हो गए. अब आने वाला जमाना NFT का है. NFT जिसे नॉन फंजीबल टोकन कहा जाता है.
इस देश में क्रिप्टोकरेंसी के जरिए पेमेंट पर प्रतिबंध लगने से गिरावट आई, दरअसल वहां की करेंसी में दबाव से लोगों को Bitcoin लुभावने लग रहे हैं
Cyrptocurrency ban in India- सरकार क्रिप्टोकरेंसी को बैन करने के लिए जो कानून बना रही है, उसमें ट्रेडिंग, माइनिंग, होल्डिंग को अपराध की श्रेणी में रखा है,